सरसो तेजी मंदी रिपोर्ट
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तेल मिलों में मांग से
सरसों में बढ़ी तेजी
बेमौसमी बरसात ने बढ़ाए सरसों के दाम
खेत खजाना
नई दिल्ली, 09 अक्तूबर तेल मिलों की मांग
बढ़ने से घरेलू बाजार में लगातार तीसरे दिन
सरसों एवं सरसों के तेल की तेजी दर्ज की
गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव
175 रुपये तेज होकर 6525 रुपये प्रति
क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक
आवक घटकर 1.75 लाख बोरियों की रह
गई। जानकारों के अनुसार इंडोनेशिया के साथ
ही मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन आगामी
महीनों में कम होने की आशंका है, जिससे
विश्व बाजार में खाद्य तेलों के भाव में और
भी सुधार आने की उम्मीद है। दो-तीन दिन
से सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान में बेमौसम
बरसात हो रही है, जिससे सरसों की नई
बिजाई प्रभावित होगी और फसल लेट होगी,
इससे भी बाजार तेज हुआ है। घरेलू बाजार
में स्टॉकिस्टों के पास सरसों का बढ़े भाव का
स्टॉक है, अतः भाव में आई तेजी के कारण
बिकवाली कमजोर हो गई। घरेलू बाजार में
आज ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीद
कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल
की बढ़ोतरी की जानकारों के अनुसार खाद्य
तेलों में खपत का सीजन चल रहा है, साथ
ही आयातित खाद्य तेलों के दाम तेज हुए हैं।
उधर विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों
में और भी सुधार आने का अनुमान है। अतः
घरेलू बाजार में सरसों एवं इसके तेल के भाव
में और भी सुधार आने के आसार है। जयपुर
में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की
कीमतें शनिवार को 36-36 रुपये तेज होकर
भाव क्रमशः 1315 रुपये और 1305 रुपये
प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गई। इस
दौरान सरसों खल की कीमतें 25 रुपये बढ़कर
2425 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।
भरतपुर सरसो भाव 6400 सलोनी भाव 7000 पहुंचा
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नई दिल्ली, 09 अक्तूबर । रुपए में
आ रही गिरावट, तिलहन उत्पादक
राज्यों में बरसात और देश में खाद्य
तेलों की उपलब्धता घटने से
शनिवार को खाद्य तेलों में
जबरदस्त उछाल देखने को मिला।
लगभग सभी खाद्य तेलों में तेजी
दर्ज हुई। सोया और पाम तेल में
भी बाजार काफी ऊंचा हो गया है।
महाराष्ट्र के कीर्ति प्लांट ने
सोयाबीन खरीदी का भाव 150
रुपए सुधरकर 5500 रुपए, सोया
रिफाइन का भाव 15 रुपए प्रति
दस किलो सुधरकर 1290 रुपए
व पाम तेल 25 रुपए प्रति दस
किलो सुधरकर 1010 के स्तर पर
आ गया। सरसों तेल के एक्सलेर
भाव में भी 36 रुपए प्रति दस
किलो के भाव में तेजी आई और
जयपुर का भाव 1305 रुपए पहुंच
गया। विशेषज्ञों का कहना है कि
पिछले दो-तीन दिन में तिलहनी
राज्यों में भारी बरसात होने से न
केवल मौजूदा सोयाबीन की फसल
को नुकसान हुआ है, अपितू आगे
सरसों की बिजाई में भी देरी हो रही
है। याद रहे कि राजस्थान के बड़े
हिस्से में भारी बरसात हुई है, दूसरी
तरफ विदेशी तेलों की आपूर्ति घट
रही है और रूपया गिरने से आयात
काफी महंगा हो चला है, जिससे
विदेशी ऑर्डर कम हुए हैं। इन
तीनों कारणों ने मिलाकर खाद्य
तेलों के बाजार को ऊंचा उठा
दिया है। बिनौला तेल भी इसी
कारण से कल 2 से 4 रुपए
प्रति किलो बढ़ा। रविवार को
भरतपुर सरसों का भाव 100
रुपए तेज होकर 6400 रुपए के
स्तर पर आ गया। जानकारों के
अनुसार त्योहारी मांग के साथसाथ उपरोक्त तीन कारणों से बढ़
रहे खाद्य तेल बाजार में अभी और
तेजी की गुंजाइश है। माना जा रहा
है कि जयपुर सरसों 42 प्रतिशत
का भाव जल्द ही 6800 के
स्तर पर जा सकता है।
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नोट:-
ध्यान देने हेतु बातें 👇
सभी किसान बंधुओ और व्यापारी बंधुओ को सूचित किया जाता है
अतः उपज का स्टॉक करने और व्यापार-व्यवसाय संबंधित कार्य या
निर्णय अपने स्वयं के विवेकानुसार ही लेवें 🙏