नैनो यूरिया
की सफलता के बाद जल्द ही
बाजार में नैनो डीएपी दिखाई देगी।
रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख
मांडविया ने बताया कि जो डीएपी
1350 रुपये प्रति बोरी मिलती है,
उतनी ही क्षमता की नैनो डीएपी
की कीमत 600 से 700 रुपये प्रति
बोतल (500 मिली) होगी। इसके
आ जाने से खेती की लागत में
कमी आएगी।
मांडविया ने मंगलवार को
उत्तर प्रदेश के आंवला और
फूलपुर स्थित दो अलग-अलग
नैनो यूरिया संयंत्रों का उद्घाटन
किया। नैनो डीएपी का प्रयोग बीज
में मिलाकर किया जा सकता है,
जो किसानों के लिए और भी
सहूलियत वाला साबित होगा।
इफको के नैनो डीएपी फर्टिलाइजर
को शुक्रवार को कामर्शियल
रिलीज की मंजूरी मिल गई है।
50 किलो वाली डीएपी की एक
बोरी की वास्तविक कीमत 4000
रुपये है। सरकारी सब्सिडी से
किसानों को यह बोरी 1350 रुपये
में मिलती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि
परंपरागत यूरिया उत्पादन करने
वाली लाबी नहीं चाहती थी कि
यह संभव हो। ऐसे लोग नैनो
फर्टिलाइजर की राह में रोड़ा
बिछाने से बाज नहीं आ रहे थे।
इफको प्रबंधन ने काबिलेतारीफ
प्रदर्शन करते हुए इसे सफल बना
दिया। यह ग्रीन टेक्नोलाजी पर
आधारित उत्पाद है।
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