ग्वार तेजी मंदी रिपोर्ट
पोस्ट ओल क्रेडिट👉खेत खजाना
नवम्बर के बाद बन सकती हैं ग्वार गम में तेजी

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श्रीगंगानगर, 13 अक्तूबर।
राजस्थान और हरियाणा की ग्वार
उत्पादक मंडियों में नए ग्वार की
आवक बढ़ने लगी है, लेकिन
उम्मीद के अनुसार ग्वार नहीं आ
रहा। इसके बावजूद बाजार भाव में
मंदा आने लगा है। व्यापारियों का
लगता है कि पिछले साल की तुलना
में 2 से ढाई गुणा फसल होने के
कारण ग्वार का उत्पादन अधिक
होगा और बाजार बहुत ज्यादा तेज
नहीं होगा। कुछ हद तक यह ठीक
भी है, क्योंकि विशेषज्ञों का कहना
है कि पिछले साल से लगभग दो
गुणा से ढाई गुणा तक बिजाई हुई
है और इस आधार पर यह माना जा
रहा है कि उत्पादन 80 लाख बोरी
से एक करोड़ बोरी तक हो सकता
है। इस बारे में जैसलमेर से ग्वार
विशेषज्ञ श्री कन्हैया लाल चांडक ने
बताया कि ग्वार का कुल उत्पादन
80 लाख बोरी से अधिक नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे बिजाई के समय
ग्वार उत्पादक हर खेत हर ढाणी में
जाकर पूरा अवलोकन कर लौटे हैं
और सितंबर में बरसात न होने से
बिजाई अधिक होने के बावजूद
उत्पादन बड़े स्तर पर घटता हुआ
दिखाई दे रहा है। श्री चांडक के
उत्पादन कम होने के इस दावे के

विपरित जैसलमेर के कुछ अखबारों
में अकेले जैसलमेर में 18 लाख
बोरी उत्पादन होने से व्यापारी
चकित हैं, वहीं केडिया कमोडिटी
के निदेशक श्री अजय केडिया का
कहना है कि फसल बड़ी होने के
कारण और अब आवकें बढ़ने से
बाजार में हल्का मंदा रहने की
संभावना है। जबकि नवंबर के बाद
ग्वार का भाव 5500-5600 का
स्तर दिखा सकता है। भिवानी के
एक कारोबारी ने सलाह दी कि 5
हजार के स्तर पर ग्वार बेचना
चाहिए और इन दिनों गम खरीदना
चाहिए। गम में निर्यात मांग में 15
से 20 प्रतिशत तक सुधार होने की
संभावना है और नए साल में गम
का भाव काफी अच्छा लाभ दे
सकता है।
ध्यान देने हेतु बातें 👇
सभी किसान बंधुओ और व्यापारी बंधुओ को सूचित किया जाता है अतः उपज का स्टॉक करने और व्यापार-व्यवसाय संबंधित कार्य या निर्णय अपने स्वयं के विवेकानुसार ही लेवें 🙏
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